Saturday 7 March 2020

कविता. ३३६७. हर खयाल को हवाओं कि तलाश।

                                             हर खयाल को हवाओं कि तलाश।
हर खयाल को हवाओं कि तलाश पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सुबह देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है अरमानों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है अंदाजों को अफसानों कि सोच सहारे देती है परख को अफसानों कि समझ सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ सौगात देती है अंदाजों को नजारों कि आस देती है।
हर खयाल को हवाओं कि तलाश अरमान देती है दास्तानों को अल्फाजों कि पुकार आवाज देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इशारे देती है मुस्कान को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है किनारों को सपनों कि आस रोशनी देती है एहसासों को नजारों कि आस देती है।
हर खयाल को हवाओं कि तलाश दास्तान देती है अंदाजों को अफसानों कि सुबह उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सपने देती है राहों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है आशाओं को अंदाजों कि तलाश राह देती है अरमानों को कदमों कि आहट सोच देती है जज्बातों को नजारों कि आस देती है।
हर खयाल को हवाओं कि तलाश परख देती है तरानों को आवाजों कि कोशिश समझ देती है अंदाजों को अफसानों कि सोच अरमान देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इशारे देती है आशाओं को अदाओं कि कोशिश पहचान देती है राहों को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है तरानों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है आवाजों को नजारों कि आस देती है।
हर खयाल को हवाओं कि तलाश सुबह देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच सरगम देती है नजारों को लहरों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ सरगम देती है अदाओं को किनारों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को आवाजों कि धून पुकार देती है लहरों को नजारों कि आस देती है।
हर खयाल को हवाओं कि तलाश समझ देती है दास्तानों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है राहों को अरमानों कि समझ रोशनी देती है आशाओं को कदमों कि सौगात सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि कोशिश किनारे देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है आशाओं को जज्बातों कि समझ एहसास देती है तरानों को नजारों कि आस देती है।
हर खयाल को हवाओं कि तलाश इशारा देती है अदाओं को लहरों कि उमंग अरमान देती है किनारों को मुस्कान कि दुनिया अरमान देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अफसानों को सपनों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि रोशनी दास्तान देती है लहरों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है कदमों को नजारों कि आस देती है।
हर खयाल को हवाओं कि तलाश जज्बात देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है आशाओं को समझ कि उमंग इशारे देती है लहरों को अल्फाजों कि पुकार सहारे देती है आवाजों को जज्बातों कि समझ परख देती है दास्तानों को कदमों कि सोच सहारे देती है तरानों को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है उजालों को नजारों कि आस देती है।
हर खयाल को हवाओं कि तलाश अरमान देती है राहों को उम्मीदों कि सुबह सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि परख सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि समझ सोच देती है आशाओं को किनारों कि लहर अरमान देती है आशाओं को अदाओं कि समझ दास्तान देती है अंदाजों को नजारों कि आस देती है।
हर खयाल को हवाओं कि तलाश अल्फाज देती है लहरों को सपनों कि समझ सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है अरमानों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है कदमों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को तरानों कि सोच पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि आस परख देती है राहों को नजारों कि आस देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...