Thursday 5 March 2020

कविता. ३३६३. आवाज के एहसास संग दिशाओं कि।

                                       आवाज के एहसास संग दिशाओं कि।
आवाज के एहसास संग दिशाओं कि कहानी सरगम देती है लहरों को अल्फाजों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को कदमों कि आहट पहचान देती है किनारों को जज्बातों कि सोच इशारे देती है अंदाजों को नजारों कि परख अदाएं देती है दास्तानों को अरमानों कि कोशिश इरादे देती है किनारों को लहरों कि उमंग अरमान देती है दिशाओं को बदलावों कि आस देती है।
आवाज के एहसास संग दिशाओं कि सुबह उम्मीदे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है जज्बातों को लहरों कि सौगात इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि परख राहे देती है किनारों को पुकार कि कोशिश इरादे देती है आवाजों को अरमानों कि सोच पहचान देती है खयालों को कोशिश कि पहचान अफसाने देती है अंदाजों को नजारों कि आस देती है।
आवाज के एहसास संग दिशाओं कि सोच सहारे देती है आशाओं को समझ तराने देती है अफसानों को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है खयालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ परख देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश तराने देती है अदाओं को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है दास्तानों को राहों कि आस देती है।
आवाज के एहसास संग दिशाओं कि सरगम धून देती है दास्तानों को सोच पुकार देती है तरानों को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है कदमों को अफसानों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि परख खयाल देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सौगात देती है जज्बातों को तरानों कि आस देती है।
आवाज के एहसास संग दिशाओं कि परख उजाले देती है कदमों को दास्तान कोशिश देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि सुबह उम्मीदे देती है खयालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है राहों को अरमानों कि समझ तलाश देती है किनारों को जज्बातों कि सुबह इशारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि आस देती है।
आवाज के एहसासों संग दिशाओं कि कोशिश दास्ताने देती है नजारों को आस तराने देती है बदलावों को अफसानों कि समझ सुबह देती है राहों को अरमानों कि कोशिश परख देती है दास्तानों को सपनों कि सोच देती है अंदाजों को जज्बातों कि सुबह रोशनी देती है दिशाओं को अदाओं कि सरगम धून देती है कदमों को आशाओं कि आस देती है।
आवाज के एहसासों संग दिशाओं कि सुबह उम्मीदे देती है जज्बातों को सोच इशारे देती है दास्तानों को बदलावों कि परख किनारे देती है आवाजों को खयालों कि समझ सहारे देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच इशारे देती है कदमों को अल्फाजों कि सुबह उजाले देती है राहों को लहरों कि आस देती है।
आवाज के एहसासों संग दिशाओं कि सोच तराने देती है अंदाजों को नजारों कि समझ किनारे देती है अरमानों को खयालों कि कोशिश पुकार देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इशारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है अदाओं को किनारों कि आस देती है।
आवाज के एहसासों संग दिशाओं कि परख नजारे देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच इशारे देती है नजारों को अफसानों कि सुबह उजाले देती है कदमों को अल्फाजों कि समझ इरादे देती है लहरों को अल्फाजों कि सौगात सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है राहों को किनारों कि समझ तराने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि आस देती है।
आवाज के एहसासों संग दिशाओं कि रोशनी उजाले देती है अदाओं को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है जज्बातों को लहरों कि कोशिश खयाल देती है नजारों को अफसानों कि सोच सरगम देती है अंदाजों को दास्तानों कि परख सौगात देती है तरानों को अरमानों कि समझ सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है राहों को कदमों कि आस देती है।

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