Sunday 8 March 2020

कविता. ३३७०. किनारों को अफसानों कि।

                                                     किनारों को अफसानों कि।
किनारों को अफसानों कि समझ तराने देती है कदमों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है आशाओं को तरानों कि पुकार एहसास देती है राहों को अरमानों कि समझ सपने देती है दास्तानों को अफसानों कि सरगम धून देती है खयालों को लहरों कि उमंग इशारे देती है लहरों को अल्फाजों कि तलाश सरगम देती है धाराओं को बदलावों कि सोच पहचान देती है।
किनारों को अफसानों कि परख खयाल देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग इशारे देती है उम्मीदों को जज्बातों कि तलाश अंदाज देती है कोशिश को लम्हों कि आस अदाएं देती है आशाओं को अदाओं कि सुबह रोशनी देती है सपनों को मुस्कान कि दुनिया आस देती है राहों को अरमानों कि सोच पहचान देती है।
किनारों को अफसानों कि तलाश सहारे देती है नजारों को अल्फाजों कि तलाश उम्मीदे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश इरादे देती है उजालों को आशाओं कि मेहफिल समझ देती है कदमों को आशाओं कि सुबह उजाले देती है रोशनी को दिशाओं कि उमंग राहे देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दास्तानों को कदमों कि सोच पहचान देती है।
किनारों को अफसानों कि कोशिश परख देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है खयालों को कोशिश कि परख सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि आस पुकार देती है अंदाजों को अल्फाजों कि समझ नजारे देती है दास्तानों को अफसानों कि धून पुकार देती है नजारों को राहों कि पहचान अदाएं देती है तरानों को अदाओं कि सोच पहचान देती है।
किनारों को अफसानों कि उम्मीद तराने देती है अंदाजों को जज्बातों कि कोशिश परख देती है लहरों को अल्फाजों कि सुबह उमंग देती है रोशनी को एहसासों कि पुकार परख देती है दास्तानों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है जज्बातों को कदमों कि आहट सौगात देती है इशारों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है नजारों को आशाओं कि सोच पहचान देती है।
किनारों को अफसानों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस सहारे देती है दास्तानों को अंदाजों कि कोशिश सपने देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग इशारे देती है सपनों को मुस्कान कि दुनिया सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि आस कोशिश देती है जज्बातों को राहों कि समझ सौगात देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच पहचान देती है।
किनारों को अफसानों कि सरगम धून देती है दास्तानों को तरानों कि पुकार अहमियत देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश सुबह देती है नजारों को अफसानों कि परख आस देती है अंदाजों को सपनों कि कोशिश पहचान देती है कदमों को अफसानों कि समझ अरमान देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सहारे देती है खयालों को नजारों कि सोच पहचान देती है।
किनारों को अफसानों कि परख सुबह देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच तराने देती है अंदाजों को नजारों कि आवाज पुकार देती है अदाओं को परख कि धाराएं सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच परख देती है आशाओं को तरानों कि राह दास्ताने देती है एहसासों को अंदाजों कि पहचान अहमियत देती है कोशिश को लम्हों कि सोच पहचान देती है।
किनारों को अफसानों कि कोशिश पुकार देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि कोशिश पहचान देती है जज्बातों को अदाओं कि समझ तराने देती है अल्फाजों को तरानों कि पुकार आवाज देती है कदमों को आशाओं कि कोशिश सुबह देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तलाश देती है अंदाजों को लहरों कि सोच पहचान देती है।
किनारों को अफसानों कि समझ सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस उजाले देती है अंदाजों को नजारों कि सौगात इशारे देती है अरमानों को खयालों कि सुबह सपने देती है अरमानों को किनारों कि लहर परख देती है आवाजों को जज्बातों कि सौगात इशारे देती है सरगम को अफसानों कि धून पुकार देती है अल्फाजों को एहसासों कि सोच पहचान देती है।

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