Wednesday 25 March 2020

कविता. ३४०४. नजारों को लहरों कि।

                                                          नजारों को लहरों कि।
नजारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस अरमान देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच अफसाने देती है नजारों को अंदाजों कि सोच समझ देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग पहचान देती है अल्फाजों को जज्बातों कि पुकार सहारे देती है आशाओं को तरानों कि परख पहचान देती है अंदाजों को लहरों कि उम्मीद देती है।
नजारों को लहरों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को किनारों कि लहर समझ देती है दिशाओं को बदलावों कि आस पहचान देती है अदाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है आशाओं को लहरों कि सुबह समझ देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है आवाजों को अरमानों कि उम्मीद देती है।
नजारों को लहरों कि राह जज्बात देती है अंदाजों को कदमों कि आहट सौगात देती है इशारों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ सुबह देती है दिशाओं को बदलावों कि आस सुबह देती है कदमों को अफसानों कि सोच सहारे देती है आशाओं को अदाओं कि सुबह उम्मीदे देती है राहों को तरानों कि उम्मीद देती है।
नजारों को लहरों कि दिशाएं तराने देती है नजारों को अफसानों कि सोच सहारे देती है किनारों को दास्तानों कि परख आस देती है तरानों को अरमानों कि कोशिश खयाल देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है कदमों को अल्फाजों कि सोच इरादे देती है दास्तानों को कदमों कि उम्मीद देती है।
नजारों को लहरों कि आस खयाल देती है अदाओं को नजारों कि तलाश सुबह देती है आशाओं को दिशाओं कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सरगम देती है अंदाजों को दिशाओं कि समझ तराने देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि आस समझ देती है अंदाजों को एहसासों कि उम्मीद देती है।
नजारों को लहरों कि आवाज तलाश देती है राहों को अरमानों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है किनारों को अदाओं कि सुबह उजाले देती है एहसासों को अदाओं कि सोच सहारे देती है जज्बातों को राहों कि परख निशानी देती है एहसासों को अंदाजों कि सरगम धून देती है कदमों को आशाओं कि उम्मीद देती है।
नजारों को लहरों कि दास्तान इशारे देती है किनारों को दिशाओं कि सुबह उजाले देती है अदाओं को कदमों कि सौगात इरादे देती है राहों को अरमानों कि कोशिश पुकार देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है अदाओं को लहरों कि तलाश खयाल देती है अंदाजों को लहरों कि उम्मीद देती है।
नजारों को लहरों कि समझ उमंग देती है तरानों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है जज्बातों को लहरों कि सोच सहारे देती है जज्बातों को तरानों कि सोच सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि आस सहारे देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है आशाओं को तरानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि उम्मीद देती है।
नजारों को लहरों कि मुस्कान सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश परख देती है आस को एहसासों कि रोशनी अल्फाज देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ अरमान देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को किनारों कि समझ इशारे देती है आशाओं को अदाओं कि उम्मीद देती है।
नजारों को लहरों कि उम्मीद तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस तलाश देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच इरादे देती है आशाओं को जज्बातों कि कोशिश परख देती है अरमानों को सपनों कि सुबह उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि आस अदाएं देती है जज्बातों को राहों कि उम्मीद देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...