Sunday 8 March 2020

कविता. ३३६९. हर उजाले संग रोशनी कि।

                                                     हर उजाले संग रोशनी कि।
हर उजाले संग रोशनी कि पुकार दिशाएं देती है लहरों को अल्फाजों कि सरगम राहे देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह अरमान देती है आवाजों को जज्बातों कि मुस्कान कोशिश देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है किनारों को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है अफसानों को सपनों कि आहट एहसास देती है कदमों को आशाओं कि सुबह देती है।
हर उजाले संग रोशनी कि सरगम धून देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है कदमों को अरमानों कि कोशिश परख देती है लहरों को अल्फाजों कि पहचान तराने देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है दिशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है खयालों को कोशिश कि पहचान अहमियत देती है इशारों को आशाओं कि सुबह देती है।
हर उजाले संग रोशनी कि पहचान राहे देती है दिशाओं को बदलावों कि सौगात किनारे देती है अंदाजों को नजारों कि सरगम धून देती है कदमों को आशाओं कि कोशिश परख देती है खयालों को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है दास्तानों को किनारों कि सोच सहारे देती है अरमानों को सपनों कि आस पहचान देती है किनारों को आशाओं कि सुबह देती है।
हर उजाले संग रोशनी कि समझ तलाश देती है आवाजों को अरमानों कि कोशिश परख देती है खयालों को कदमों कि आहट सौगात देती है अरमानों को तरानों कि सोच सहारे देती है किनारों को एहसासों कि राह नजारे देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इशारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश खयाल देती है अंदाजों को आशाओं कि सुबह देती है।
हर उजाले संग रोशनी कि कोशिश परख देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ एहसास देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है किनारों को अरमानों कि समझ आस देती है आशाओं को सपनों कि तलाश तराने देती है किनारों को एहसासों कि रोशनी उम्मीदे देती है अदाओं को राहों कि समझ पुकार देती है दिशाओं को आशाओं कि सुबह देती है।
हर उजाले संग रोशनी कि परख अरमान देती है राहों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सपने देती है लहरों को अल्फाजों कि परख खयाल देती है राहों को अरमानों कि कोशिश पहचान देती है तरानों को दिशाओं कि सोच सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है राहों को आशाओं कि सुबह देती है।
हर उजाले संग रोशनी कि सोच सहारे देती है अरमानों को खयालों कि समझ पुकार देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग एहसास देती है जज्बातों को अफसानों कि सोच इरादे देती है कदमों को दास्तानों कि परख अदाएं देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है उम्मीदों को जज्बातों कि सोच इरादे देती है आस को आशाओं कि सुबह देती है।
हर उजाले संग रोशनी कि राह नजारे देती है लहरों को अल्फाजों कि तलाश अरमान देती है दास्तानों को कदमों कि आहट सौगात देती है अरमानों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ सुबह देती है दास्तानों को आशाओं कि सुबह देती है।
हर उजाले संग रोशनी कि पहचान इशारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है खयालों को लहरों कि समझ सुबह देती है कदमों को अफसानों कि सोच सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि सुबह उजाले देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ परख देती है किनारों को तरानों कि सोच सरगम देती है अंदाजों को आशाओं कि सुबह देती है।
हर उजाले संग रोशनी कि कोशिश परख देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ सरगम देती है किनारों को सपनों कि आस तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सरगम देती है खयालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ सपने देती है अदाओं को नजारों कि तलाश तराने देती है राहों को आशाओं कि सुबह देती है।

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