Friday 8 May 2020

कविता. ३४९१. सुबह के एहसास संग।

                                                            सुबह के एहसास संग।
सुबह के एहसास संग दिशाएं तराने देती है कदमों को अंदाजों कि सरगम धून देती है इशारों को अल्फाजों कि उमंग कोशिश देती है लहरों को सपनों कि सौगात उजाले देती है आशाओं को किनारों के एहसासों कि समझ कोशिश देती है इशारों को अरमानों कि उम्मीद अफसाने देती है।
सुबह के एहसास संग अदाएं सरगम देती है इशारों को दास्तानों कि समझ कोशिश देती है तरानों को खयालों कि रोशनी उजाले देती है खयालों को अदाओं कि सौगात तलाश देती है लहरों को सपनों कि उम्मीद पहचान देती है अंदाजों को जज्बातों कि उमंग पहचान के अफसाने देती है।
सुबह के एहसास संग दास्ताने तलाश देती है सपनों को आशाओं कि सोच किनारे देती है इशारों को कदमों कि सौगात किनारे देती है अल्फाजों को दिशाओं कि उम्मीद जज्बात देती है तरानों को आवाजों कि पुकार कोशिश देती है अंदाजों को दास्तानों कि अहमियत अफसाने देती है।
सुबह के एहसास संग लहरे परख देती है किनारों को जज्बातों कि उमंग पहचान देती है राहों को अरमानों कि उम्मीद तलाश देती है कोशिश को लहरों कि रोशनी उजाले देती है लहरों को सपनों कि एहसास तराने देती है खयालों को अदाओं कि सौगात संग अफसाने देती है।
सुबह के एहसास संग दिशाएं नजारे देती है आशाओं को इरादों कि अदाएं परख देती है कदमों को अंदाजों कि सरगम धून देती है तरानों को अरमानों कि दास्तान कोशिश देती है राहों को किनारों कि उम्मीद लहरे देती है इशारों के कोशिश को अल्फाजों कि अहमियत अफसाने देती है।
सुबह के एहसास संग कोशिश लहरे देती है तरानों को अरमानों कि उम्मीद अल्फाज देती है इशारों को सपनों कि राह पहचान देती है कदमों को जज्बातों कि राह तलाश देती है इशारों को अल्फाजों कि सरगम धून देती है खयालों के दास्तानों को मुस्कान कि सरगम अफसाने देती है।
सुबह के एहसास संग समझ इशारे देती है नजारों को उजालों कि उमंग पहचान देती है खयालों को अदाओं कि सौगात तलाश देती है रोशनी को अल्फाजों कि सोच सरगम देती है सपनों को आशाओं कि सोच दिशाएं देती है कोशिश को सपनों कि राह को समझ अफसाने देती है।
सुबह के एहसास संग आस किनारे देती है आशाओं को इरादों कि राह अहमियत देती है तरानों को अरमानों कि उम्मीद इशारे देती है कोशिश को अल्फाजों कि सौगात तलाश देती है अंदाजों को सपनों कि राह इरादे देती है खयालों को अदाओं कि सरगम संग अफसाने देती है।
सुबह के एहसास संग दिशाएं तराने देती है खयालों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है रोशनी को अल्फाजों कि सरगम धून देती है किनारों को जज्बातों कि उमंग बदलाव देती है इशारों को नजारों कि समझ कोशिश देती है लहरों को आवाजों कि उम्मीद अक्सर अफसाने देती है।
सुबह के एहसास संग दास्ताने तलाश देती है इशारों को अंदाजों कि उम्मीद तराने देती है अदाओं को सपनों कि पहचान आस देती है अरमानों को कदमों कि तलाश अल्फाज देती है किनारों को आशाओं कि सोच खयाल देती है राहों को खयालों कि रोशनी संग अफसाने देती है।


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