Saturday 23 May 2020

कविता. ३५२२. लहरों को अफसानों कि।

                                                         लहरों को अफसानों कि।
लहरों को अफसानों कि उमंग परख देती है आशाओं को दास्तानों कि समझ आस देती है किनारों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है अरमानों को सपनों कि उम्मीद तलाश देती है नजारों को बदलावों कि सोच तलाश देती है आवाजों को लम्हों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों कि आहट देती है।
लहरों को अफसानों कि उम्मीद कोशिश देती है दिशाओं को सपनों कि सौगात उजाले देती है राहों को नजारों कि रोशनी परख देती है आशाओं को दास्तानों कि उम्मीद तलाश देती है अल्फाजों को आशाओं कि सरगम धून देती है इरादों को अफसानों कि उमंग परख देती है कदमों कि आहट देती है।
लहरों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है नजारों को बदलावों कि उम्मीद तलाश देती है एहसासों को अल्फाजों कि सुबह आस देती है इरादों को जज्बातों कि आस पहचान देती है नजारों को बदलावों कि उमंग परख देती है अंदाजों को खयालों कि रोशनी उजाले देती है कदमों कि आहट देती है।
लहरों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को लहरों कि परख पहचान देती है इरादों को जज्बातों कि आस नजारे देती है आशाओं को खयालों कि रोशनी उमंग देती है दास्तानों को अदाओं कि सौगात सहारे देती है नजारों को बदलावों कि आस तलाश देती है कदमों कि आहट देती है।
लहरों को अफसानों कि परख सौगात देती है दास्तानों को अदाओं कि सुबह सरगम देती है आवाजों को अल्फाजों कि उम्मीद तलाश देती है अंदाजों को अरमानों कि समझ पुकार देती है इरादों को एहसासों कि कोशिश अरमान देती है जज्बातों को सपनों कि परख सौगात देती है कदमों कि आहट देती है।
लहरों को अफसानों कि आस पहचान देती है कोशिश को जज्बातों कि उमंग परख देती है दिशाओं को रोशनी कि सोच सरगम देती है इरादों को किनारों कि राह अल्फाज देती है इशारों को सपनों कि सौगात तलाश देती है राहों को नजारों कि पहचान आस देती है कदमों कि आहट देती है।
लहरों को अफसानों कि उमंग तलाश देती है तरानों को खयालों कि रोशनी पहचान देती है किनारों को आशाओं कि सौगात नजारे देती है उजालों को सपनों कि राह अरमान देती है अरमानों को दास्तानों कि समझ सुबह देती है अल्फाजों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है कदमों कि आहट देती है।
लहरों को अफसानों कि उम्मीद तराने देती है किनारों को लहरों कि सुबह मुस्कान देती है दास्तानों को अदाओं कि उमंग पहचान देती है कदमों को खयालों कि रोशनी उजाले देती है अफसानों को कोशिश कि लहर आस देती है दिशाओं को बदलावों कि राह सुबह देती है कदमों कि आहट देती है।
लहरों को अफसानों कि कोशिश पुकार देती है राहों को नजारों कि सौगात उजाले देती है इरादों को अंदाजों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को सपनों कि पहचान परख देती है आशाओं को खयालों कि रोशनी उजाले देती है जज्बातों को तरानों कि सोच दिशाएं देती है कदमों कि आहट देती है।
लहरों को अफसानों कि तलाश अल्फाज देती है आशाओं को दास्तानों कि समझ तराने देती है किनारों को सपनों कि सौगात तलाश देती है आवाजों को लम्हों कि सोच सरगम देती है अदाओं को एहसासों कि समझ तराने देती है इरादों को अफसानों कि उमंग आस देती है कदमों कि आहट देती है।





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