Wednesday 13 May 2020

कविता. ३५०१.. हर इशारे को सपनों कि सौगात।

                                              हर इशारे को सपनों कि सौगात।
हर इशारे को सपनों कि सौगात उजाले देती है दास्तानों को अदाओं कि समझ अरमान देती है किनारों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है कदमों को जज्बातों कि उमंग पहचान देती है नजारों को एहसासों कि कोशिश पुकार देती है इरादों को आशाओं के दास्तानों कि समझ सुबह कि पुकार देती है।
हर इशारे को सपनों कि सौगात तलाश देती है कदमों को जज्बातों कि उमंग पहचान देती है कदमों को जज्बातों कि आस पुकार देती है तरानों को खयालों कि रोशनी उजाले देती है अदाओं को तरानों कि राह इरादे देती है नजारों को परख के एहसासों कि कोशिश सुबह कि पुकार देती है।
हर इशारे को सपनों कि सौगात परख देती है खयालों को आशाओं कि समझ अल्फाज देती है इरादों को मुस्कान कि समझ तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अफसाने देती है नजारों को सपनों कि सौगात उजाले देती है दास्तानों को अदाओं के लहरों कि उम्मीद सुबह कि पुकार देती है।
हर इशारे को सपनों कि सौगात तराने देती है किनारों को दास्तानों कि सोच परख देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है अरमानों को सपनों कि आस पहचान देती है कदमों को जज्बातों कि उमंग परख देती है अंदाजों को नजारों के आशाओं कि सोच सुबह कि पुकार देती है।
हर इशारे को सपनों कि सौगात उमंग देती है नजारों को एहसासों कि कोशिश अरमान देती है इरादों को मुस्कान कि उम्मीद तलाश देती है लहरों को किनारों कि उमंग अहमियत देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश धून देती है दास्तानों को अदाओं के अरमानों कि उम्मीद सुबह कि पुकार देती है।
हर इशारे को सपनों कि सौगात कोशिश देती है दास्तानों को अदाओं कि सरगम धून देती है कदमों को जज्बातों कि राह पहचान देती है अदाओं को एहसासों कि उम्मीद तलाश देती है अदाओं को तरानों कि उम्मीद लहर देती है खयालों को सपनों के अफसानों कि सरगम सुबह कि पुकार देती है।
हर इशारे को सपनों कि सौगात उम्मीद देती है राहों को अफसानों कि उमंग पहचान देती है किनारों को लहरों कि राह सरगम देती है दास्तानों को आशाओं कि समझ किनारे देती है इरादों को मुस्कान कि कोशिश परख देती है इशारों को अल्फाजों के अरमानों कि उम्मीद सुबह कि पुकार देती है।
हर इशारे को सपनों कि सौगात किनारे देती है इरादों को अंदाजों कि सरगम धून देती है अफसानों को कोशिश कि लहर सहारे देती है राहों को अरमानों कि उम्मीद तलाश देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ नजारे देती है दिशाओं को बदलावों के एहसासों कि समझ सुबह कि पुकार देती है।
हर इशारे को सपनों कि सौगात नजारे देती है दास्तानों को अफसानों कि उम्मीद धून देती है दास्तानों को आशाओं कि उमंग पहचान देती है जज्बातों को आशाओं कि सोच सरगम देती है किनारों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है अफसानों को कोशिश के बदलावों कि उमंग सुबह कि पुकार देती है।
हर इशारे को सपनों कि सौगात तलाश देती है कदमों को जज्बातों कि उमंग पहचान देती है आशाओं को किनारों कि उम्मीद परख देती है खयालों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है अरमानों को राहों कि सोच दिशाएं देती है आवाजों को लम्हों के अफसानों कि उम्मीद सुबह कि पुकार देती है।



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