Tuesday 19 May 2020

कविता. ३५१४. कोशिश को अंदाजों कि।

                                                     कोशिश को अंदाजों कि।
कोशिश को अंदाजों कि सोच दिशाएं देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद तलाश देती है किनारों को लहरों कि उम्मीद अफसाने देती है उजालों को नजारों कि रोशनी अरमान देती है कदमों को जज्बातों कि उमंग पहचान देती है खयालों को अदाओं कि सौगात लहर देती है आशाओं को सपने देती है।
कोशिश को अंदाजों कि उम्मीद तलाश देती है किनारों को तरानों कि राह सरगम देती है दास्तानों को अदाओं कि सौगात परख देती है इरादों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है नजारों को बदलावों कि राह अरमान देती है कदमों को जज्बातों कि समझ पहचान देती है जज्बातों को सपने देती है।
कोशिश को अंदाजों कि सरगम धून देती है आशाओं को दास्तानों कि समझ दिशाएं देती है इरादों को अफसानों कि उम्मीद आस देती है इशारों को अल्फाजों कि तलाश अरमान देती है किनारों को लहरों कि उमंग पहचान देती है आवाजों को लम्हों कि शुरुआत कोशिश देती है दास्तानों को सपने देती है।
कोशिश को अंदाजों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों को राहों कि सरगम पुकार देती है जज्बातों को आवाजों कि धून पुकार देती है उम्मीदों को सपनों कि सौगात तलाश देती है आशाओं को खयालों कि रोशनी इशारे देती है किनारों को लहरों कि परख सरगम देती है इरादों को सपने देती है।
कोशिश को अंदाजों कि तलाश अल्फाज देती है खयालों को किनारों कि उम्मीद तराने देती है इशारों को अल्फाजों कि उम्मीद पहचान देती है नजारों को दास्तानों कि सुबह सरगम देती है जज्बातों को एहसासों कि दास्तान राह देती है कदमों को तरानों कि राह परख देती है खयालों को सपने देती है।
कोशिश को अंदाजों कि सरगम धून देती है दास्तानों को अदाओं कि सौगात तलाश देती है इरादों को अफसानों कि उमंग परख देती है आशाओं को अरमानों कि सोच पहचान देती है किनारों को लहरों कि सुबह मुस्कान देती है जज्बातों को सपनों कि उम्मीद पुकार देती है इशारों को सपने देती है।
कोशिश को अंदाजों कि सौगात उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि उमंग पहचान देती है कदमों को तरानों कि आस पहचान देती है दास्तानों को अदाओं कि सुबह सरगम देती है इरादों को अफसानों कि तलाश अल्फाज देती है आवाजों को लम्हों कि सरगम धून देती है इशारों को सपने देती है।
कोशिश को अंदाजों कि सोच दिशाएं देती है लहरों को अफसानों कि उम्मीद कोशिश देती है किनारों को जज्बातों कि समझ परख देती है खयालों को सपनों कि सौगात उजाले देती है आशाओं को अदाओं कि पुकार जज्बात देती है इरादों को राहों कि मुस्कान नजारे देती है आवाजों को सपने देती है।
कोशिश को अंदाजों कि परख किनारे देती है इरादों को जज्बातों कि सुबह पुकार देती है दास्तानों को अदाओं कि सरगम धून देती है दिशाओं को बदलावों कि उमंग पहचान देती है अंदाजों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है खयालों को किनारों कि उम्मीद तलाश देती है अदाओं को सपने देती है।
कोशिश को अंदाजों कि सरगम धून देती है कदमों को तरानों कि राह आवाज देती है किनारों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है दास्तानों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है अफसानों को दिशाओं कि समझ जज्बात देती है अंदाजों को अरमानों कि सोच दिशाएं देती है एहसासों को सपने देती है।



No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...