Friday 15 May 2020

कविता. ३५०५. . हर जज्बात को सपनों कि।

                                                     हर जज्बात को सपनों कि।
हर जज्बात को सपनों कि सौगात तलाश देती है इरादों को मुस्कान कि पहचान इशारे देती है तरानों को खयालों कि रोशनी सरगम देती है कदमों को जज्बातों कि उमंग परख देती है आशाओं को दास्तानों कि समझ अहमियत देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अफसाने देती है अंदाजों को आस देती है।
हर जज्बात को सपनों कि उम्मीद परख देती है इशारों को अल्फाजों कि उमंग परख देती है दास्तानों को अदाओं कि पुकार इरादे देती है किनारों को अफसानों कि उम्मीद कोशिश देती है नजारों को एहसासों कि सोच बदलाव देती है लहरों को तरानों कि आवाज धून देती है इरादों को आस देती है।
हर जज्बात को सपनों कि सरगम धून देती है किनारों को अफसानों कि उम्मीद तलाश देती है इरादों को मुस्कान कि कोशिश बदलाव देती है लहरों को तरानों कि सुबह सरगम देती है कदमों को दास्तानों कि उमंग पहचान देती है आशाओं को अंदाजों कि सरगम आवाज देती है इशारों को आस देती है।
हर जज्बात को सपनों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है किनारों को अल्फाजों कि सरगम धून देती है आवाजों को लम्हों कि परख कोशिश देती है आशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है राहों को अरमानों कि उम्मीद तलाश देती है नजारों को आस देती है।
हर जज्बात को सपनों कि राह अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि उमंग पहचान देती है कदमों को तरानों कि पुकार कोशिश देती है खयालों को आवाजों कि उम्मीद तलाश देती है लहरों को अफसानों कि उम्मीद तलाश देती है राहों को अरमानों कि समझ सपने देती है आशाओं को आस देती है।
हर जज्बात को सपनों कि कोशिश पुकार देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद अरमान देती है उजालों को नजारों कि समझ सपने देती है खयालों को अदाओं कि सौगात तलाश देती है अंदाजों को कदमों कि आहट अरमान देती है किनारों को लहरों कि सुबह मुस्कान देती है दिशाओं को आस देती है।
हर जज्बात को सपनों कि उम्मीद तलाश देती है तरानों को अंदाजों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को अदाओं कि सौगात कोशिश देती है इरादों को अल्फाजों कि उमंग पहचान देती है आशाओं को खयालों कि रोशनी उजाले देती है अदाओं को एहसासों कि सोच दिशाएं देती है कदमों को आस देती है।
हर जज्बात को सपनों कि परख सौगात देती है लहरों को अफसानों कि उम्मीद तलाश देती है इरादों को मुस्कान कि सोच दिशाएं देती है तरानों को खयालों कि रोशनी उजाले देती है किनारों को अंदाजों कि सरगम धून देती है अफसानों को कोशिश कि लहर अल्फाज देती है नजारों को आस देती है।
हर जज्बात को सपनों कि राह सरगम देती है कदमों को तरानों कि राह अहमियत देती है इरादों को अल्फाजों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को लहरों कि परख सौगात देती है दास्तानों को अदाओं कि पहचान परख देती है खयालों को आवाजों कि धून तराने देती है अंदाजों को आस देती है।
हर जज्बात को सपनों कि उम्मीद तलाश देती है किनारों को लहरों कि सुबह सरगम देती है तरानों को खयालों कि उमंग पहचान देती है कोशिश को अंदाजों कि पुकार कोशिश देती है कदमों को जज्बातों कि तलाश अल्फाज देती है अंदाजों को अरमानों कि उम्मीद बदलाव देती है इरादों को आस देती है।



No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...