Thursday 7 May 2020

कविता. ३४९०. आसमानों के एहसासों कि।

                                                आसमानों के एहसासों कि।
आसमानों के एहसासों कि राह सरगम देती है तरानों को खयालों कि सौगात तलाश देती है अरमानों को कदमों कि आहट सपने देती है कदमों को अंदाजों कि सुबह आस देती है किनारों को जज्बातों कि उमंग आस देती है किनारों को लहरों कि सौगात तलाश देती है दास्तानों को दिशाएं देती है।
आसमानों के एहसासों कि सुबह आस देती है मुस्कान को जज्बातों कि उमंग पुकार देती है राहों को अफसानों कि उम्मीद लहरे देती है नजारों को उजालों कि रोशनी किनारे देती है अल्फाजों को दास्तानों कि तलाश राह देती है तरानों को खयालों कि उम्मीद तराने देती है आशाओं को दिशाएं देती है।
आसमानों के एहसासों कि उम्मीद तराने देती है लहरों को तरानों कि पहचान परख देती है अंदाजों को जज्बातों कि मुस्कान नजारे देती है दास्तानों को अदाओं कि उमंग कोशिश देती है लहरों को सपनों कि उम्मीद समझ देती है आशाओं को इरादों कि सुबह आस देती है अफसानों को दिशाएं देती है।
आसमानों के एहसासों कि सोच सुबह देती है दास्तानों को अदाओं कि उम्मीद तराने देती है इशारों को अल्फाजों कि सुबह सरगम देती है जज्बातों को आशाओं कि सौगात तलाश देती है दास्तानों को अदाओं कि कोशिश धून देती है किनारों को लहरों कि समझ सपने देती है तरानों को दिशाएं देती है।
आसमानों के एहसासों कि उमंग परख देती है राहों को अरमानों कि सुबह मुस्कान देती है नजारों को उजालों कि रोशनी किनारे देती है अंदाजों को खयालों कि राह तराने देती है इशारों को अंदाजों कि उमंग आस देती है अफसानों को जज्बातों कि उम्मीद अफसाने देती है अल्फाजों को दिशाएं देती है।
आसमानों के एहसासों कि सुबह सरगम देती है इशारों को अंदाजों कि सरगम धून देती है दास्तानों को अदाओं कि उम्मीद राह देती है दास्तानों को किनारों कि उम्मीद अफसाने देती है तरानों को खयालों कि उजाले राह देती है अरमानों को कदमों कि रोशनी तराने देती है इशारों को दिशाएं देती है।
आसमानों के एहसासों कि राह कोशिश देती है तरानों को खयालों कि उमंग राह देती है अरमानों को कदमों कि आहट रोशनी देती है जज्बातों को आशाओं कि सोच दिशाएं देती है इशारों को अल्फाजों कि उमंग दास्तान देती है लहरों को अंदाजों कि उम्मीद अफसाने देती है अंदाजों को दिशाएं देती है।
आसमानों के एहसासों कि उम्मीद रोशनी देती है आशाओं को इरादों कि सुबह सरगम देती है सपनों को खयालों कि रोशनी उमंग देती है तरानों को अल्फाजों कि उम्मीद अफसाने देती है दास्तानों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है राहों को अफसानों कि उमंग जज्बात देती है लहरों को दिशाएं देती है।
आसमानों के एहसासों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को आवाजों कि उम्मीद तराने देती है लहरों को खयालों कि सौगात तलाश देती है बदलावों को आशाओं कि उमंग लहरे देती है इशारों को अल्फाजों कि उम्मीद तराने देती है कदमों को अंदाजों कि पहचान आस देती है दास्तानों को दिशाएं देती है।
आसमानों के एहसासों कि सौगात तलाश देती है इशारों को अल्फाजों कि उमंग सहारे देती है अरमानों को नजारों कि समझ सपने देती है अंदाजों को सपनों कि सौगात उजाले देती है अंदाजों को आशाओं कि उमंग सहारे देती है खयालों को अदाओं कि उम्मीद अहमियत देती है किनारों को दिशाएं देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...