Tuesday 12 May 2020

कविता. ३४९९. जिस मुस्कान संग दुनिया कि सारी।

                                             जिस मुस्कान संग दुनिया कि सारी।
जिस मुस्कान संग दुनिया कि सारी खुशियां जुड जाये वह शुरुआत जीवन कि उम्मीद कि धारा बनकर निखर जाये उस एहसास मे एक पहेली आशाओं कि उम्मीद जगाये लम्हों को कोशिश कि धाराएं पुकार कि सरगम दिखती जाये हर कोशिश को अल्फाजों कि उमंग पहचान दिलाती जाये।
जिस मुस्कान संग दुनिया कि सारी सरगम उलझती जाये वह आस तलाश कि बोली बनकर आवाज कि पुकार देकर जाये उस किनारे एक उम्मीद अदाओं कि सौगात दिलाती जाये अदाओं को सपनों कि सौगात तलाश कि रोशनी बनती जाये हर पुकार को कदमों कि आहट अल्फाज दिलाती जाये।
जिस मुस्कान संग दुनिया कि सारी समझ हल्के से मिल जाये वह धारा जज्बात कि सरगम बनकर होंठों कि रंगत बदलकर जाये आशाओं को चुपके से नयी दिशाएं देकर जाये कदमों को जज्बातों कि उमंग पहचान कि सौगात बनती जाये हर किनारे को सपनों कि राह अरमान दिलाती जाये।
जिस मुस्कान संग दुनिया कि सारी तलाश समा जाये वह दिल कि आशाओं को दास्तानों कि पहचान दिखाकर जाये आवाजों को लम्हों से बदलावों कि तलाश नयी समझ मे मिलती जाये आवाजों को सपनों कि सौगात तलाश कि रोशनी दिलाती जाये अंदाजों को कदमों कि आहट सपने दिलाती जाये।
जिस मुस्कान संग दुनिया कि सारी सोच उमंग देकर जाये वह जज्बातों कि तलाश को सपनों कि सौगात देकर जाये कदमों से अंदाजों से परख कि कोशिश नयी रोशनी संग लहरे दिलाती जाये किनारों को अरमानों कि उम्मीद तराने कि राह दिखाकर जाये आवाजों को आशाओं कि सोच दिलाती जाये।
जिस मुस्कान संग दुनिया कि सारी सरगम धून दिलाती जाये वह सपनों कि उम्मीद को खयालों कि उमंग बनकर जाये किनारों को लहरों संग दुनिया कि उम्मीद नयी आस दिखाती जाये अंदाजों को कदमों कि तलाश अरमानों कि उम्मीद देकर जाये आशाओं को रोशनी कि तलाश दिलाती जाये।
जिस मुस्कान संग दुनिया कि सारी पुकार कोशिश बनकर जाये वह लहरों कि सौगात को किनारों कि उम्मीद दिखाकर जाये दिशाओं को अरमानों कि उमंग नयी दास्तान दिलाती जाये जज्बातों को आशाओं कि समझ कोशिश कि लहर बनकर जाये किनारों को जज्बातों कि उमंग दिलाती जाये।
जिस मुस्कान संग दुनिया कि सारी तलाश सरगम देकर जाये वह उम्मीदों कि रोशनी को एहसासों कि कोशिश देकर जाये आशाओं को सपनों कि सौगात नयी तलाश मिलती जाये आवाजों को लम्हों कि उम्मीद अफसाने कि उमंग देकर जाये अफसानों को दिशाओं कि लहर दिलाती जाये।
जिस मुस्कान संग दुनिया कि सारी पहचान किनारा बनकर जाये वह उजाले कि उम्मीद को खयालों कि रोशनी दिलाती जाये कदमों को जज्बातों कि उमंग नयी दास्तान देकर जाये आशाओं को सपनों कि सौगात तलाश कि उम्मीद दिखाकर जाये आवाजों को लम्हों कि परख दिलाती जाये।
जिस मुस्कान संग दुनिया कि सारी रंगत जुडती जाते वह लम्हों कि सरगम मे आशाओं के मोतियों कि लकिर दिखाकर जाये अंदाजों को अरमानों कि उम्मीद नयी सौगात बनकर जाये जज्बातों को अंदाजों कि सोच सपनों कि आहट देकर जाये अफसानों को कोशिश कि सौगात दिलाती जाये।

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