Tuesday 26 May 2020

कविता ३५२८. किनारों को दास्तानों कि।

                                                                        किनारों को दास्तानों कि।
किनारों को दास्तानों कि सौगात तलाश देती है दास्तानों को सपनों कि सुबह सरगम देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग परख देती है इरादों को जज्बातों कि आस राह देती है नजारों को जज्बातों कि आस सुबह देती है अरमानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है अदाओं को एहसासों कि कोशिश देती है।
किनारों को दास्तानों कि परख पुकार देती है कदमों को अफसानों कि उम्मीद तलाश देती है इरादों को खयालों कि समझ पहचान देती है बदलावों को सोच कि उमंग पहचान देती है परख को लहरों कि पुकार किनारे देती है इरादों को अरमानों कि उम्मीद तलाश देती है राहों को नजारों कि कोशिश देती है।
किनारों को दास्तानों कि सुबह मुस्कान देती है उजालों को कोशिश कि लहर तराने देती है आशाओं को सपनों कि राह तलाश देती है कदमों को खयालों कि समझ आस देती है दास्तानों को अफसानों कि उम्मीद उमंग देती है अदाओं को दिशाओं कि सुबह धून देती है लहरों को बदलावों कि कोशिश देती है।
किनारों को दास्तानों कि उमंग परख देती है उम्मीदों को तरानों कि आस पहचान देती है इरादों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है अरमानों को अंदाजों कि राह किनारे देती है आशाओं को सपनों कि पुकार एहसास देती है तरानों को जज्बातों कि उम्मीद तलाश देती है इरादों को लम्हों कि कोशिश देती है।
किनारों को दास्तानों कि समझ तलाश देती है राहों को नजारों कि सरगम धून देती है खयालों को अरमानों कि सौगात उजाले देती है परख को लहरों कि उम्मीद एहसास देती है इरादों को अंदाजों कि राह अफसाने देती है नजारों को अफसानों कि पहचान इशारे देती है एहसासों को सपनों कि कोशिश देती है।
किनारों को दास्तानों कि सौगात उजाले देती है रोशनी को अल्फाजों कि परख एहसास देती है अंदाजों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है राहों को नजारों कि सोच पुकार देती है आशाओं को कदमों कि आहट अरमान देती है इरादों को जज्बातों कि आस पहचान देती है नजारों को खयालों कि कोशिश देती है।
किनारों को दास्तानों कि उम्मीद तलाश देती है इरादों को अफसानों कि उमंग पहचान देती है जज्बातों को अरमानों कि उमंग परख देती है आवाजों को अल्फाजों कि सुबह आस देती है उजालों को सपनों कि राह अदाएं देती है लहरों को अफसानों कि सरगम पुकार देती है इरादों को अंदाजों कि कोशिश देती है।
किनारों को दास्तानों कि सौगात लहर देती है आशाओं को सपनों कि परख सुबह देती है अंदाजों को कदमों कि सोच एहसास देती है तरानों को अरमानों कि समझ कोशिश देती है तरानों को खयालों कि समझ अफसाने देती है राहों को नजारों कि पहचान तराने देती है आशाओं को अदाओं कि कोशिश देती है।
किनारों को दास्तानों कि उमंग परख देती है राहों को लहरों कि पहचान तराने देती है नजारों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है इरादों को किनारों कि उम्मीद तलाश देती है आशाओं को जज्बातों कि सुबह मुस्कान देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग पुकार देती है लहरों को अल्फाजों कि कोशिश देती है।
किनारों को दास्तानों कि पुकार जज्बात देती है लम्हों को सपनों कि सुबह आस देती है आशाओं को खयालों कि समझ एहसास देती है तरानों को अरमानों कि उम्मीद सोच देती है इरादों को अल्फाजों कि तलाश इशारे देती है कदमों को उजालों कि तलाश अल्फाज देती है राहों को उम्मीद कि कोशिश देती है।

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