Sunday 3 May 2020

कविता. ३४८२. रोशनी को उमंग कि सरगम।

                                                  रोशनी को उमंग कि सरगम।
रोशनी को उमंग कि सरगम सोच देती है जज्बातों को दिशाओं कि लहर तराने देती है बदलावों को नजारों कि दास्तान अदाएं देती है अल्फाजों को किनारों कि तलाश अरमान देती है एहसासों को खयालों कि समझ कोशिश देती है उजालों को रोशनी कि पहचान उजाले देती है अरमानों कि धून देती है।
रोशनी को उमंग कि सरगम आस देती है अंदाजों को उम्मीदों कि सोच अफसाने देती है अल्फाजों को जज्बातों कि परख दिशाएं देती है मुस्कान को अल्फाजों कि समझ परख देती है कोशिश को दास्तानों कि लहर आस देती है उजालों को आशाओं कि किरण तराने देती है बदलावों कि धून देती है।
रोशनी को उमंग कि सरगम आवाज देती है आशाओं को दास्तानों कि समझ उम्मीद देती है किनारों को अफसानों कि सोच इशारे देती है आवाजों को तरानों कि समझ तलाश देती है जज्बातों को दिशाओं कि सौगात आस देती है खयालों को एहसासों कि सुबह मुस्कान देती है खयालों कि धून देती है।
रोशनी को उमंग कि सरगम एहसास देती है कदमों को अरमानों कि पुकार कोशिश देती है उजालों को आशाओं कि किरण तराने देती है बदलावों को खयालों कि समझ सपने देती है नजारों को अदाओं कि समझ सुबह देती है अंदाजों को उम्मीदों कि लहर अदाएं देती है दास्तानों कि धून देती है।
रोशनी को उमंग कि सरगम अंदाज देती है लहरों को नजारों कि दास्तान उमंग देती है अल्फाजों को खयालों कि समझ दिशाएं देती है मुस्कान को आवाजों कि पुकार पहचान देती है कदमों को अंदाजों कि राह अरमान देती है दास्तानों को अफसानों कि परख तराने देती है अदाओं कि धून देती है।
रोशनी को उमंग कि सरगम परख देती है एहसासों को सपनों कि परख इशारे देती है आवाजों को तरानों कि धून एहसास देती है उम्मीदों को जज्बातों कि सौगात आस देती है अंदाजों को उम्मीदों कि लहर अहमियत देती है नजारों को अदाओं कि समझ पहचान देती है किनारों कि धून देती है।
रोशनी को उमंग कि सरगम अदाएं देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सौगात किनारे देती है खयालों को आवाजों कि मुस्कान नजारे देती है आशाओं को उम्मीदों कि लहर पुकार देती है दास्तानों कि सौगात सपने देती है तरानों को आवाजों कि पुकार इशारे देती है अफसानों कि धून देती है।
रोशनी को उमंग कि सरगम कोशिश देती है तरानों को दास्तानों कि समझ उजाले देती है उम्मीदों को दिशाओं कि समझ तलाश देती है कदमों को दिशाओं कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को अफसानों कि पुकार आस देती है अंदाजों को जज्बातों कि सौगात राह देती है दास्तानों कि धून देती है।
रोशनी को उमंग कि सरगम आस देती है अंदाजों को उम्मीदों कि लहर परख देती है अल्फाजों को उजालों कि सोच इशारे देती है अफसानों को राहों कि पहचान सुबह देती है नजारों को अदाओं कि परख दिशाएं देती है मुस्कान को आशाओं कि सौगात सपने देती है किनारों कि धून देती है।
रोशनी को उमंग कि सरगम उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच इशारे देती है आवाजों को तरानों कि समझ तलाश देती है आशाओं को उम्मीदों कि लहर सरगम देती है अफसानों को राहों कि पहचान सुबह देती है तरानों को उमंग कि परख दिशाएं देती है खयालों कि धून देती है।

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