Friday 17 July 2020

कविता. ३६३३. कदमों को बदलावों कि।

                                                     कदमों को बदलावों कि।
कदमों को बदलावों कि राह रोशनी देती है नजारों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है लहरों को अरमानों कि पहचान आस देती है दास्तानों को जज्बातों कि तलाश अल्फाज देती है एहसासों को सपनों कि सुबह राह देती है कदमों को अंदाजों कि उम्मीद तराने देती है आशाओं कि आस देती है।
कदमों को बदलावों कि उम्मीद तलाश देती है उजालों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है इरादों को अंदाजों कि रोशनी उमंग देती है खयालों को लहरों कि सुबह मुस्कान देती है अरमानों को जज्बातों कि आस तराने देती है आवाजों को लम्हों कि राह अफसाने देती है तरानों कि आस देती है।
कदमों को बदलावों कि सुबह सरगम देती है उम्मीदों को कोशिश कि लहर तलाश देती है दिशाओं को खयालों कि सोच किनारे देती है अदाओं को जज्बातों कि सरगम धून देती है तरानों को सपनों कि राह अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि उम्मीद तराने देती है दास्तानों कि आस देती है।
कदमों को बदलावों कि समझ पुकार देती है लहरों को अरमानों कि उमंग परख देती है दास्तानों को जज्बातों कि राह अफसाने देती है एहसासों को सपनों कि सौगात उजाले देती है इशारों को नजारों कि सौगात इरादे देती है लहरों को अफसानों कि कहानी कोशिश देती है इरादों कि आस देती है।
कदमों को बदलावों कि सरगम धून देती है जज्बातों को आवाजों कि धून दास्ताने देती है अरमानों को खयालों कि समझ पहचान देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तराने देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है जज्बातों को रोशनी कि उमंग परख देती है लहरों कि आस देती है।
कदमों को बदलावों कि कोशिश परख देती है इरादों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है अरमानों को उजालों कि समझ पुकार देती है जज्बातों को अरमानों कि उमंग पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अफसाने देती है नजारों कि आस देती है।
कदमों को बदलावों कि उमंग पहचान देती है उजालों को नजारों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है जज्बातों को सपनों कि उम्मीद तराने देती है इरादों को एहसासों कि कोशिश पुकार देती है कदमों को खयालों कि समझ अरमान देती है इशारों कि आस देती है।
कदमों को बदलावों कि उम्मीद तलाश देती है तरानों को खयालों कि सौगात उजाले देती है इरादों को सपनों कि सरगम पुकार देती है किनारों को आशाओं कि लहर अफसाने देती है इशारों को अल्फाजों कि परख सौगात देती है अदाओं को एहसासों कि कोशिश धून देती है अंदाजों कि आस देती है।
कदमों को बदलावों कि लहर कोशिश देती है दिशाओं को तरानों कि रोशनी उमंग देती है आशाओं को खयालों कि सोच दिशाएं देती है अरमानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है लहरों को कोशिश कि सरगम पुकार देती है जज्बातों कि आस देती है।
कदमों को बदलावों कि उम्मीद तलाश देती है रोशनी को अल्फाजों कि परख सौगात देती है इशारों को अल्फाजों कि परख किनारे देती है नजारों को अरमानों कि उमंग कोशिश देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी उमंग देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अदाएं देती है इरादों कि आस देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...