Sunday, 5 July 2020

कविता. ३६०९. जज्बातों को किनारों कि सोच।

                                            जज्बातों को किनारों कि सोच।
जज्बातों को किनारों कि सोच सरगम देती है राहों को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है आशाओं को खयालों कि कहानी परख देती है कोशिश को अल्फाजों कि राह सरगम देती है इरादों को अरमानों कि उमंग पहचान देती है नजारों को अफसानों कि सुबह आस देती है दास्तानों को तरानों कि राह देती है।
जज्बातों को किनारों कि सोच दिशाएं देती है इशारों को अल्फाजों कि परख सौगात देती है नजारों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है खयालों को अंदाजों कि उम्मीद तलाश देती है कदमों को अंदाजों कि रोशनी एहसास देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पहचान देती है आशाओं को तरानों कि राह देती है।
जज्बातों को किनारों कि सोच सुबह देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पहचान देती है अदाओं को लहरों कि सौगात तलाश देती है इरादों को अरमानों कि परख उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि आस अफसाने देती है आशाओं को सपनों कि रोशनी तलाश देती है नजारों को तरानों कि राह देती है।
जज्बातों को किनारों कि सोच अदाएं देती है अंदाजों को कदमों कि कहानी पुकार देती है इरादों को अरमानों कि उमंग सपने देती है लहरों को तरानों कि आस अल्फाज देती है आशाओं को दास्तानों कि उमंग परख देती है अदाओं को लहरों कि सुबह सरगम देती है कोशिश को तरानों कि राह देती है।
जज्बातों को किनारों कि सोच इशारे देती है कदमों को आशाओं कि पहचान सहारे देती है अदाओं को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी परख देती है लहरों को खयालों कि समझ पुकार देती है आशाओं को राहों कि तलाश अल्फाज देती है इरादों को तरानों कि राह देती है।
जज्बातों को किनारों कि सोच रोशनी देती है कोशिश को अंदाजों कि राह अफसाने देती है नजारों को अफसानों कि राह अदाएं देती है लहरों को आवाजों कि धून दास्ताने देती है कदमों को अंदाजों कि उम्मीद तलाश देती है अदाओं को नजारों कि सोच दिशाएं देती है आशाओं को तरानों कि राह देती है।
जज्बातों को किनारों कि सोच तलाश देती है इरादों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों को खयालों कि समझ बदलाव देती है उजालों को नजारों कि उम्मीद पुकार देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है अंदाजों को लहरों कि पहचान आस देती है आवाजों को तरानों कि राह देती है।
जज्बातों को किनारों कि सोच सरगम देती है आशाओं को खयालों कि कहानी परख देती है आशाओं को सपनों कि सुबह आस देती है इरादों को एहसासों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को अफसानों कि सरगम धून देती है अल्फाजों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है इरादों को तरानों कि राह देती है।
जज्बातों को किनारों कि सोच दिशाएं देती है तरानों को अरमानों कि सोच सरगम देती है इरादों को दास्तानों कि सौगात उजाले देती है अंदाजों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है आशाओं को खयालों कि कहानी पुकार देती है एहसासों को अल्फाजों कि परख सौगात देती है आवाजों को तरानों कि राह देती है।
जज्बातों को किनारों कि सोच अदाएं देती है नजारों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है दिशाओं को बदलावों कि उम्मीद तलाश देती है खयालों को अंदाजों कि राह अफसाने देती है इशारों को नजारों कि उमंग परख देती है उजालों को सपनों कि सुबह सरगम देती है अंदाजों को तरानों कि राह देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५४७०. उजालों को आशाओं की।

                            उजालों को आशाओं की। उजालों को आशाओं की सरगम सुबह दिलाती है कदमों की सौगात अक्सर मुस्कान सुनाती है एहसासों की आवा...