Monday 6 July 2020

कविता. ३६१२. परख को कदमों कि सरगम।

                                                     परख को कदमों कि सरगम।
परख को कदमों कि सरगम नजारे देती है कोशिश को आवाजों कि धून तराने देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है नजारों को रोशनी पहचान देती है राहों को जज्बातों कि धाराएं तलाश देती है दिशाओं को खयालों कि समझ पुकार देती है इरादों को सपनों कि राह देती है।
परख को कदमों कि सरगम पुकार देती है नजारों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है अंदाजों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है कोशिश को अल्फाजों कि राह आस देती है दास्तानों कि कोशिश धून देती है आशाओं को बदलावों कि उम्मीद लहर देती है किनारों को सपनों कि राह देती है।
परख को कदमों कि सरगम परख देती है दास्तानों को जज्बातों कि समझ अरमान देती है दिशाओं को खयालों कि सोच दिशाएं देती है अदाओं को अंदाजों कि उम्मीद तलाश देती है इरादों को अफसानों कि कहानी अदाएं देती है किनारों को आशाओं कि राह समझ देती है आवाजों को सपनों कि राह देती है।
परख को कदमों कि सरगम आस देती है किनारों को एहसासों कि सोच तलाश देती है नजारों को अल्फाजों कि रोशनी दास्तान देती है कोशिश को राहों कि लहर अरमान देती है जज्बातों को रोशनी कि समझ कोशिश देती है आवाजों को कदमों कि रोशनी अरमान देती है तरानों को सपनों कि राह देती है।
परख को कदमों कि सरगम एहसास देती है बदलावों को दिशाओं कि सरगम कोशिश देती है तरानों को सोच कि पुकार पहचान देती है अंदाजों को दास्तानों कि कोशिश समझ देती है अल्फाजों कि लहर रोशनी देती है आशाओं को दिशाओं कि तलाश पुकार देती है आवाजों को सपनों की राह देती है।
परख को कदमों कि सरगम अफसाने देती है रोशनी को एहसासों कि रोशनी किनारे देती है राहों को आशाओं कि सुबह आस देती है बदलावों को लहरों कि पुकार अरमान देती है कोशिश को आवाजों कि पुकार कोशिश देती है जज्बातों कि तलाश सहारे देती है लम्हों को सपनों कि राह देती है।
परख को कदमों कि सरगम आस देती है किनारों को आशाओं कि परख उमंग देती है जज्बातों को नजारों कि लहर बदलाव देती है दास्तानों को कदमों कि आहट पहचान देती है रोशनी को जज्बातों कि सोच किनारों कि सोच संग कोशिश  लहर देती है दास्तानों को सपनों कि राह देती है।
परख को कदमों कि सरगम कोशिश देती है नजारों को आवाजों कि सौगात बदलाव देती है खयालों को अरमानों कि रोशनी समझ देती है आवाजों को अरमानों कि पुकार कोशिश देती है तरानों को दास्तानों कि रोशनी अहमियत देती है नजारों को सपनों कि राह देती है।
परख को कदमों कि सरगम रोशनी देती है जज्बातों को दास्तानों कि पुकार कोशिश देती है किनारों को लहरों कि सौगात नजारे देती है अफसानों को दिशाओं कि रोशनी एहसास देती है राहों को अरमानों कि पुकार अहमियत देती है किनारों को कदमों को सपनों कि राह देती है।
परख को कदमों कि सरगम दास्तान देती है उजालों को दिशाओं कि समझ पहचान देती है जज्बातों को आशाओं कि सुबह अरमान देती है आवाजों को तरानों कि लहर बदलाव देती है किनारों को खयालों कि सोच पुकार देती है जज्बातों को सपनों कि राह देती है।

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