Sunday 5 July 2020

कविता. ३६१०. सपनों को अंदाजों कि उम्मीद।

                                                  सपनों को अंदाजों कि उम्मीद।
सपनों को अंदाजों कि उम्मीद लहर देती है इरादों को अदाओं कि सुबह मुस्कान देती है लहरों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है आशाओं को जज्बातों कि आस तलाश देती है अरमानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग परख देती है दिशाओं को बदलावों कि तलाश देती है।
सपनों को अंदाजों कि उम्मीद तराने देती है किनारों को आशाओं कि कहानी पुकार देती है जज्बातों को लहरों कि परख सौगात देती है कोशिश को अल्फाजों कि रोशनी उजाले देती है अंदाजों को किनारों कि कहानी पुकार देती है अरमानों को कदमों कि आहट पहचान देती है नजारों को बदलावों कि तलाश देती है।
सपनों को अंदाजों कि उम्मीद अरमान देती है अदाओं को लहरों कि सुबह आस देती है आवाजों को लम्हों कि पुकार जज्बात देती है अंदाजों को उमंग कि पहचान अदाएं देती है खयालों को राहों कि कोशिश मुस्कान देती है दिशाओं को खयालों कि सोच सरगम देती है इशारों को बदलावों कि तलाश देती है।
सपनों को अंदाजों कि उम्मीद आस देती है नजारों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है दास्तानों को जज्बातों कि सुबह सपने देती है नजारों को अफसानों कि कहानी अदाएं देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पहचान देती है आशाओं को बदलावों कि तलाश देती है।
सपनों को अंदाजों कि उम्मीद समझ देती है रोशनी को अल्फाजों कि परख सौगात देती है आशाओं को कदमों कि आहट अफसाने देती है किनारों को कोशिश कि पुकार जज्बात देती है रोशनी को आवाजों कि कहानी धून देती है तरानों को अरमानों कि सोच दास्तान देती है आवाजों को बदलावों कि तलाश देती है।
सपनों को अंदाजों कि उम्मीद लहरे देती है कोशिश को दिशाओं कि आस पहचान देती है जज्बातों को सपनों कि राह नजारे देती है अरमानों को लहरों कि सुबह मुस्कान देती है परख को नजारों कि आहट अल्फाज देती है आशाओं को खयालों कि समझ पुकार देती है इरादों को बदलावों कि तलाश देती है।
सपनों को अंदाजों कि उम्मीद पुकार देती है किनारों को आशाओं कि सुबह मुस्कान देती है इशारों को अल्फाजों कि कहानी परख देती है कदमों को राहों कि सौगात उजाले देती है दिशाओं को अदाओं कि राह रोशनी देती है कोशिश को अंदाजों कि उम्मीद तराने देती है अदाओं को बदलावों कि तलाश देती है।
सपनों को अंदाजों कि उम्मीद परख देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पहचान देती है कदमों को खयालों कि सोच दिशाएं देती है अफसानों को नजारों कि राह अफसाने देती है जज्बातों को रोशनी कि पुकार नजारे देती है अंदाजों को लहरों कि सुबह सरगम देती है अदाओं को बदलावों कि तलाश देती है।
सपनों को अंदाजों कि उम्मीद तराने देती है नजारों को अफसानों कि सोच उजाले देती है इरादों को अरमानों कि समझ दास्तान देती है दिशाओं को खयालों कि सौगात रोशनी देती है उमंग को अल्फाजों कि परख सौगात देती है तरानों को सपनों कि पुकार कोशिश देती है इशारों को बदलावों कि तलाश देती है।
सपनों को अंदाजों कि उम्मीद लहर देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस परख देती है इरादों को अफसानों कि रोशनी उमंग देती है आशाओं को अरमानों कि समझ सरगम देती है अंदाजों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है रोशनी को पुकार कि कहानी अरमान देती है लहरों को बदलावों कि तलाश देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...