Tuesday 28 July 2020

कविता. ३६५६. इशारों को एहसासों कि।

                                                         इशारों को एहसासों कि।
इशारों को एहसासों कि कोशिश पुकार देती है कदमों को खयालों कि सौगात सरगम देती है आशाओं को सपनों कि सुबह आस देती है किनारों को अदाओं कि पहचान आवाज देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी आवाज देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच दिशाएं देती है बदलावों कि राह देती है।
इशारों को एहसासों कि समझ सरगम देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तराने देती है इरादों को अरमानों कि उमंग पहचान देती है नजारों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है उजालों को सपनों कि रोशनी तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश पुकार देती है आवाजों कि राह देती है।
इशारों को एहसासों कि सोच अरमान देती है उजालों को नजारों कि उमंग परख देती है किनारों को अंदाजों कि राह अदाएं देती है अंदाजों को सपनों कि अरमान किनारे देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तराने देती है अरमानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है दिशाओं कि राह देती है।
इशारों को एहसासों कि सुबह मुस्कान देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस पहचान देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद तलाश देती है आशाओं को किनारों कि सरगम धून देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच अदाएं देती है तरानों को खयालों कि सौगात तलाश देती है उजालों कि राह देती है।
इशारों को एहसासों कि परख सौगात देती है आवाजों को लम्हों कि रोशनी उजाले देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तराने देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है आशाओं को सपनों कि रोशनी उमंग देती है उजालों को नजारों कि सोच सरगम देती है कदमों कि राह देती है।
इशारों को एहसासों कि सरगम उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सरगम देती है इरादों को अरमानों कि समझ बदलाव देती है अंदाजों को लहरों कि उम्मीद उमंग देती है दास्तानों को जज्बातों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों को खयालों कि सौगात तलाश देती है अंदाजों कि राह देती है।
इशारों को एहसासों कि रोशनी उमंग देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों को अंदाजों कि उम्मीद तलाश देती है जज्बातों को अरमानों कि समझ तराने देती है इरादों को अरमानों कि समझ कोशिश देती है अदाओं को आवाजों कि धून तलाश देती है अदाओं कि राह देती है।
इशारों को एहसासों कि आस पहचान देती है कदमों को खयालों कि सौगात तलाश देती है आवाजों को लम्हों कि समझ परख देती है किनारों को सपनों कि सरगम पुकार देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद सपने देती है तरानों को उजालों कि पहचान आस देती है अंदाजों कि राह देती है।
इशारों को एहसासों कि कोशिश पुकार देती है आशाओं को सपनों कि राह अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि राह रोशनी देती है नजारों को लहरों कि उमंग पहचान देती है उजालों को इशारों कि पहचान आस देती है आवाजों को लम्हों कि सरगम सपने देती है आवाजों कि राह देती है।
इशारों को एहसासों कि उम्मीद तलाश देती है दिशाओं को लहरों कि सुबह मुस्कान देती है आशाओं को दास्तानों कि कोशिश धून देती है रोशनी को अल्फाजों कि उमंग तलाश देती है इरादों को सपनों कि सौगात पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि लहर रोशनी देती है अदाओं कि राह देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...