Wednesday 15 July 2020

कविता. ३६२९. खयालों को किनारों कि सोच।

                                                 खयालों को किनारों कि सोच।
खयालों को किनारों कि सोच लहर देती है दिशाओं को बदलावों कि उम्मीद तलाश देती है जज्बातों को अरमानों कि उमंग परख देती है आवाजों को अल्फाजों कि पुकार कोशिश देती है इरादों को अदाओं कि सुबह मुस्कान देती है लहरों को तरानों कि राह अफसाने देती है रोशनी को पुकार देती है।
खयालों को किनारों कि सोच राह देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है लहरों को अल्फाजों कि परख पुकार देती है राहों को एहसासों कि समझ सरगम देती है किनारों को आशाओं कि सौगात उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि परख उमंग देती है आस को पुकार देती है।
खयालों को किनारों कि सोच परख देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पहचान देती है नजारों को अफसानों कि समझ तलाश देती है इरादों को अरमानों कि सरगम धून देती है दिशाओं को बदलावों कि उम्मीद खयाल देती है लहरों को अफसानों कि सोच दास्तान देती है कदमों को पुकार देती है।
खयालों को किनारों कि सोच कोशिश देती है अंदाजों को लहरों कि उम्मीद तराने देती है आशाओं को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है नजारों को अफसानों कि कहानी परख देती है इरादों को कदमों कि आहट अरमान देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पहचान देती है दास्तानों को पुकार देती है।
खयालों को किनारों कि सोच दिशाएं देती है अदाओं को नजारों कि समझ तलाश देती है अंदाजों को दिशाओं कि उम्मीद सरगम देती है जज्बातों को आवाजों कि धून दास्ताने देती है लहरों को अफसानों कि सुबह एहसास देती है दास्तानों को आशाओं कि कहानी परख देती है इशारों को पुकार देती है।
खयालों को किनारों कि सोच अरमान देती है जज्बातों को अरमानों कि सुबह मुस्कान देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी कोशिश देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है कदमों को खयालों कि सौगात उजाले देती है इरादों को किनारों कि सोच सरगम देती है इरादों को पुकार देती है।
खयालों को किनारों कि सोच सरगम देती है कदमों को अंदाजों कि उम्मीद तलाश देती है जज्बातों को अरमानों कि उमंग परख देती है आवाजों को लम्हों कि सुबह अफसाने देती है उजालों को नजारों कि समझ कोशिश देती है तरानों को खयालों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को पुकार देती है।
खयालों को किनारों कि सोच अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि राह रोशनी देती है इरादों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है उम्मीदों को कोशिश कि लहर तराने देती है इशारों को कोशिश कि सरगम धून देती है नजारों को अफसानों कि सोच अल्फाज देती है कदमों को पुकार देती है।
खयालों को किनारों कि सोच तराने देती है लहरों को अफसानों कि कहानी कोशिश देती है आशाओं को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों को अंदाजों कि सरगम धून देती है दास्तानों को अफसानों कि परख रोशनी देती है जज्बातों को सपनों कि सुबह उमंग देती है नजारों को पुकार देती है।
खयालों को किनारों कि सोच दिशाएं देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद तलाश देती है तरानों को अरमानों कि उमंग परख देती है आशाओं को लहरों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों को अंदाजों कि उम्मीद कोशिश देती है दास्तानों को नजारों कि समझ किनारे देती है इरादों को पुकार देती है।

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